कवि संसार के अनधिकृत रूप से मान्य विधायक होते हैं | Poets are the unacknowledged legislators of the world | Essay for BPSC mains
कवि संसार के अनधिकृत रूप से मान्य विधायक होते हैं। ‘प्रतिबद्ध हूँ, संबंद्ध हूँ, आबद्ध हूँ’ प्रतिबद्ध हूँ जी हाँ प्रतिबद्ध हूँ- बहुजन समाज की अनुपल प्रगति की निमित्त संकुचित ‘स्व’ की आपाधापी के निषेधार्थ अविवेक भीड़ की ‘भेड़या – धसान’ के खिलाफ अंध बधिर ‘व्यक्तियों’ को सही राह बतलाने के लिए……. ‘प्रतिबद्ध हूँ, जी … Read more