तन के भूगोल से परे एक स्त्री के मन की गाँठे खोलकर कभी पढ़ा है तुमने | Have you ever read the mind of a woman beyond the geography of her body by unravelling the knots | Essay for BPSC mains

Have you ever read the mind of a woman beyond the geography of her body by unravelling the knots

“तन के भूगोल से परे एक स्त्री के मन की गाँठे खोलकर कभी पढ़ा है तुमने “ ” स्त्री पैदा नही होती, बनाई जाती है।” सिमोन द बुआर द्वारा दी गई यह पंक्ति ऐतिहासिक तथा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में स्त्री की स्थिति का एक मर्म सटीक वर्णन है। सीमा जो एक बहुत ही समझदार व होशियार … Read more

नैतिकताविहीन धर्म आत्मारहित शरीर के समान है | Religion without morality is like a body without soul | Essay for BPSC mains

Religion without morality is like a body without soul

“नैतिकताविहीन धर्म आत्मारहित शरीर के समान है।’ हम बचपन से ही इन संदेशों, गीतों को सुनते आए हैं कि “मजहब नही सीखाता इन्सानों को आपस में बैर करना “ मगर वर्तमान मे हो रहे दंगों, साम्प्रादायिक घटनाओं (गोधरा, मेरठ, कश्मीर, असम दंगो), आतंकवादी हमलो (अमेरिका टिवन् टावर हमला, न्यूजीलैण्ड) हमला, मुंबई हमला), आदि को देखकर … Read more

यदि हमें भविष्य के विनाश से बचना है तो विकास की दिशा को बदलना होगा | If we want to avoid future destruction, we must change the direction of development | Essay for BPSC mains

If we want to avoid future destruction, we must change the direction of development

यदि हमें भविष्य के विनाश से बचना है तो विकास की दिशा को बदलना होगा जब आखिरी नदी का पानी भी जहरीला हो जाएगा, जब आखिरी पेड़ भी काट दिया जाएगा, जब आखिरी मछली भी खत्म हो जाएगी तब इन्सान को एहसास होगा कि वह पैसे नही खा सकता । वर्तमान विकास के असंधारणीय तरीके … Read more

जहाज बंदरगाह के भीतर सुरक्षित होता है, परंतु इसके लिए तो वह होता नहीं है। A ship in harbor is safe, but that is not what ships are built for | Essay for BPSC mains

A ship in harbor is safe, but that is not what ships are built for

जहाज बंदरगाह के भीतर सुरक्षित होता है, परंतु इसके लिए तो वह होता नहीं है।  बात महाभारत की है, कौरवों की सेना ने द्रोणाचार्य के नेतृत्व में चक्रव्यूह का निर्माण किया। वीर अभिमन्यू उसमें प्रवेश करना तो जानता था लेकिन बाहर निकलना नही जानता था । वह चाहता तो अपने परिजनों का इंतजार कर चक्रव्यूह … Read more

इतिहास वैज्ञानिक मनुष्य के रुमानी मनुष्य पर विजय हासिल करने का एक सिलसिला है । History won is a series of victories won by the scientific man over the romantic man | Essay for BPSC mains

History won is a series of victories won by the scientific man over the romantic man

इतिहास वैज्ञानिक मनुष्य के रुमानी मनुष्य पर विजय हासिल करने का एक सिलसिला है । इतिहास को सभी विषयों की जननी कहा जाता है । क्योंकि मौटे तौर पर इतिहास उसी अतीत का ज्ञान है जो व्यापक रूप में भौतिक जगत से लेकर सम्पूर्ण प्राणी जगत से संबंधित कार्यों का ज्ञान प्रदान करता हो। इस … Read more

कवि संसार के अनधिकृत रूप से मान्य विधायक होते हैं | Poets are the unacknowledged legislators of the world | Essay for BPSC mains

Poets are the unacknowledged legislators of the world

कवि संसार के अनधिकृत रूप से मान्य विधायक होते हैं। ‘प्रतिबद्ध हूँ, संबंद्ध हूँ, आबद्ध हूँ’ प्रतिबद्ध हूँ जी हाँ प्रतिबद्ध हूँ- बहुजन समाज की अनुपल प्रगति की निमित्त संकुचित ‘स्व’ की आपाधापी के निषेधार्थ अविवेक भीड़ की ‘भेड़या – धसान’ के खिलाफ अंध बधिर ‘व्यक्तियों’ को सही राह बतलाने के लिए……. ‘प्रतिबद्ध हूँ, जी … Read more

आर्थिक समृद्धि हासिल करने में वन सर्वोत्तम प्रतिमान होते हैं। Forest are the best case studies for economic excellence | Essay for BPSC mains

Forest are the best case studies for economic excellence

आर्थिक समृद्धि हासिल करने में वन सर्वोत्तम प्रतिमान होते हैं ‘अपने आपको प्रकृति की गोद में सौंप कर हम अपने हर सवालों भागीदारी के महत्व को सीख सकते हैं। ‘हथीनी द्वारा समूह को नेतृत्व का जवाब पा सकते हैं ‘ वनों के आर्थिक-सामाजिक- सांस्कृतिक महत्व से आज पूरा विश्व भलीभांति परिचित हैं। वह हमारी अर्थव्यवस्था … Read more

केवल इसलिए कि आपके पास विकल्प है, इसका अर्थ कदापि नहीं कि उनमें से किसी को भी ठीक होना ही होगा | Just because you have a choice, it does not mean that any of them has to be right | Essay for BPSC mains

Just because you have a choice, it does not mean that any of them has to be right

केवल इसलिए कि आपके पास विकल्प है, इसका अर्थ कदापि नहीं कि उनमें से किसी को भी ठीक होना ही होगा  “इधर कुआँ तो उधर खाई “। दैनिक जीवन में यह मुहावरा हमने न जाने कितनी बार सुना होगा लेकिन अगर गौर से विचार करें तो यह अपने में जीवन के कटु सत्य को भी … Read more

हर असंमजस के लिए मुस्कराहट ही चुनिंदा साधन है। A smile is the chosen vehical for all ambiguities | Essay for BPSC mains

A smile is the chosen vehical for all ambiguities

हर असंमजस के लिए मुस्कराहट ही चुनिंदा साधन है महाभारत में जब युधिष्ठिर का राज्याभिषेक हो रहा था तब यहाँ यह बात महत्वपूर्ण है कि यह मुस्कराहट किसी भी पक्ष को श्रीकृष्ण और शिशुपाल दोनों उपस्थित थे। शिशुपाल श्रीकृष्ण को दिए ठेस नहीं पहुंचाती साथ ही उचित निर्णय लेने में समय भी प्रदान करती जाने … Read more

आप उसी नदी में दोबारा नहीं उतर सकते । You cannot step twice in the same river | Essay for BPSC mains

You cannot step twice in the same river

आप उसी नदी में दोबारा नहीं उतर सकते ” परिवर्तन ही संसार का नियम है’ गीता का यह उपदेश जीवन के शाश्वत सत्य को बताता है जो कि है ‘परिवर्तन’। परिवर्तन ही है जो शाश्वत बना रहेगा। दुनिया में न केवल व्यक्ति अपितु हर प्राणी, वस्तु और तो और स्वयं ब्राह्मण्ड भी समय के साथ … Read more