BPSC 70th CCE Admit Card 2025

BPSC 70th CCE Admit Card 2025

बिहार लोक सेवा आयोग, जिसे आमतौर पर बीपीएससी के नाम से जाना जाता है, 70वीं संयुक्त प्रतियोगी मुख्य परीक्षा 2025 के लिए प्रवेश पत्र 12 अप्रैल, 2025 को जारी करने जा रहा है। यह उन उम्मीदवारों के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट है, जिन्होंने प्रारंभिक चरण की परीक्षा सफलतापूर्वक पास कर ली है और अब इस … Read more

बिहार में महिलाओं का सशक्तिकरण: चुनौतियां और अवसर | Women’s Empowerment in Bihar: Challenges and Opportunities

बिहार में महिलाओं का सशक्तिकरण: चुनौतियां और अवसर

बिहार में महिलाओं का सशक्तिकरण: चुनौतियां और अवसर भारत के हृदय स्थल में बसा बिहार एक ऐसा राज्य है, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। लेकिन इसके साथ ही, बिहार सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों से भी जूझ रहा है, जिनमें से एक प्रमुख मुद्दा है महिलाओं का सशक्तिकरण। … Read more

बिहार का विकास: चुनौतियाँ और संभावनाएँ | Development of Bihar: Challenges and Prospects

बिहार का विकास चुनौतियाँ और संभावनाएँ

परिचय बिहार का विकास: चुनौतियाँ और संभावनाएँ: बिहार, भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक प्राचीन और ऐतिहासिक राज्य, अपनी सांस्कृतिक विरासत और बौद्धिक परंपरा के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालयों की भूमि होने के बावजूद, आज बिहार विकास के कई मापदंडों पर पीछे है। स्वतंत्रता के बाद से … Read more

रचनात्मक चिंतन सफलता का प्रथम सोपान है। Creative thinking is the first step to success | Essay for BPSC mains

Creative thinking is the first step to success

रचनात्मक चिंतन सफलता का प्रथम सोपान है। ” किसी की चार दिन की जिंदगी सौ काम करती है। किसी की सौ बरस की जिंदगी में कुछ नहीं ही पाता ॥ “ उपर्युक्त पक्तियाँ पढ़कर मन मे यह सवाल आता है कि वह क्या है जो दो लोगों के जीवन में इतना बड़ा अंतर ला देती … Read more

कृत्रिम बुद्धि : भविष्य का द्वार या संकटों का आमंत्रण | Artificial intelligence: a door to the future or an invitation to trouble | Essay for BPSC mains

Artificial intelligence: a door to the future or an invitation to trouble

कृत्रिम बुद्धि : भविष्य का द्वार या संकटों का आमंत्रण कल्पना किजिए कि आप के सुबह से शाम तक के सारे कार्य तकनीक द्वारा इतने सरल हो जाए यथा सुबह उठने के साथ ही आपको स्मार्ट स्क्रीन पर आज के मौसम व कार्यों की जानकारी मिलें । स्नानागार मे लगे पानी का ताप आपके पसंद … Read more

परमार्थ में ही मानव जीवन की सार्थकता है। The meaning of human life lies in doing good | Essay for BPSC mains

The meaning of human life lies in doing good

परमार्थ में ही मानव जीवन की सार्थकता है। वृच्छा कबहुँ न फल भखै; नदी न सधैं नीर | परमारथ के कारने, साधुन धरै सरीर ॥ उपर्युक्त पंक्तियाँ सच्चे मानव (साधु) के जीवन के उद्देश्य को दर्शाती है। जिस तरह वृक्ष अपने फल कभी नहीं चखते, नदी अपना पानी स्वयं नही पी सकती उसी तरह मानव … Read more

समावेशी विकास : चुनौति व समाधान | Inclusive development: challenges and solutions | Essay for BPSC mains

Inclusive development: challenges and solutions

समावेशी विकास : चुनौति व समाधान “सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया । सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग भवेत।” वैदिक काल से चली आ रही उपर्युक्त पंक्तियां सभी के कल्याण या यूँ कहें समावेशी विकास के अमूर्त रूप को ही दर्शाती है। शाब्दिक अर्थ की बात करें तो समावेशी विकास का अर्थ है सभी … Read more

विज्ञान व धर्म – परस्पर विरोध या पूरकता | Science and religion – conflict or complementarity | Essay for BPSC mains

Science and religion - conflict or complementarity

विज्ञान व धर्म – परस्पर विरोध या पूरकता ‘विज्ञान व धर्म’ यह दो शब्द सुनते ही इनके बीच संबंधों को लेकर विभिन्न मतों / बहसों का विचार आता है। जहाँ कुछ लोग इन्हें एक दूसरे का विरोधी मानते हैं तो कुछ इन्हें एक दूसरे का पूरक । परंतु किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले … Read more

भारत में न्यायिक सुधार : चुनौतियाँ व सुधार | Judicial Reforms in India: Challenges and Reforms | Essay for BPSC mains

Judicial Reforms in India: Challenges and Reforms

भारत में न्यायिक सुधार : चुनौतियाँ व सुधार “कितने जालिम हैं ये दुनिया वाले, घर से निकलो तो पता लगता है। दो कदम पर अदालत है लेकिन, सोच लो ! वक्त बड़ा लगता है । “ उपर्युक्त पक्तियाँ वर्तमान न्याय व्यवस्था में व्यापक कमियों पर तीक्ष्ण कटाक्ष करती है। परंतु आँकड़ो को देखें तो यह … Read more

भारतीय संस्कृति आज : एक मिथक या एक वास्तविकता | Indian culture today: a myth or a reality | Essay for BPSC mains

Indian culture today: a myth or a reality

” भारतीय संस्कृति आज : एक मिथक या एक वास्तविकता’ विश्व को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ व ‘सर्वे भवन्तु सुखिन’ जैसे पाठ पढ़ाने वाली तथा अध्यात्मिकता, शांति संबंधी मूल्यों को विकसित करने वाली भारतीय संस्कृति को अतीत में विश्वगुरु जैसे खिताब प्राप्त थे। तो मन में विचार उठता है कि क्या आज भी भारतीय संस्कृति अपने आदर्शों … Read more